History of Punjab Kings First Season – पंजाब किंग्स का इतिहास
आज हम बात करने वाले है पंजाब की टीम के बारे मैं, क्या पंजाब की टीम वाले इस साल कुछ अलग कर पाएंगे? कोई नई कहानी लिख पाएंगे?
तो भाई पंजाब टीम कैसी है? पंजाब किंग्स का अगर प्ले ऑफ रिकॉर्ड को देखें, वर्स्ट अमंग ऑल टीम्स है, मतलब सच्चाई यही है, क्योंकि दो बार, सिर्फ दो बार, ये टीम प्ले ऑफ के लिए क्वालीफाई की है, पुरे 16 सालों मैं, सिर्फ दो बार, एक बार फाइनल जरूर खेले थे, पर वो हार गए थे।
याद है, कोलकाता से, यह सिर्फ दो बार क्वालिफाइड कर पाए है, 15 कप्तान, 16 सीजंस में, अब आप समझ जाइए, कि भाई क्यों टीम अच्छा नहीं करती है, बदलाव प्रकृति है इनकी, इस वजह से नहीं करती है या फिर लोग छोड़ के चले जाते हैं, क्योंकि अच्छा नहीं करती है।
इस फ्रेंचाइजी की तरफ से शॉन मार्श ने पहली ऑरेंज कैप जीती थी, फर्स्ट सीजन में ही जीत ली थी। उसके बाद सिर्फ एक बैटर ने जीती है, वो है केएल राहुल, जिन्होंने इस टीम के लिए खेलते हुए ऑरेंज कैप जीती और एंड्रू टाय, वो एक मात्र ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने इस फ्रेंचाइजर के लिए पर्पल कैप जीती है।
Current Playing Eleven of Punjab Kings – पंजाब किंग्स की मौजूदा प्लेइंग इलेवन
इस साल के स्क्वाड के अंदर उन्होंने कुछ एडिशन जरूर किए हैं, रायली रूसो ने पिछली बार इनको धर्मशाला में खूब पिटाई लगाई थी, तो इन्होंने उनको अपनी टीम में रख लिया बहुत पैसे खर्च करके।
जॉनी बेस्टो अवेलेबल है, ये अच्छी खबर है इनके लिए, बाकी इनके पास सैम करन है ही। सिकंदर रजा को भी रोका है, क्रिस वुक्स को इन्होंने एडिशन के रूप में रखा है, शाहरुख खान को इन्होंने जाने दिया है, लेकिन उनकी जगह कोई लोअर मिडिल ऑर्डर में बहुत तगड़ा बैटर तो नहीं खरीदा है, एक लेकिन बहुत कमाल का एक्विजिशन है वो है हर्शल पटेल का।
तो इनकी 11 कैसी दिखती है ये बात कर लेते हैं। शिखर धवन, जॉनी बेस्टो, प्रभ सिमरन सिंह ये एक से तीन नंबर तक की सूची में आ सकते हैं, अथर्व तायडे को ये रख सकते हैं, कभी इस्तेमाल करने का मन करे तो, वरना प्रभ सिमरन सिंह को खिलाना तो आप जरूर चाहेंगे, क्योंकि शतक बनाया था भाई ने पिछली बार तो, प्रभ सिमरन सिंह, शिखर धवन, जॉनी बेस्टो और लियम लिविंगस्टन को खिलाओ जरुर, पर अगर लिविंगस्टन गंदा शॉट मार के आउट हो तो फिर, उसकी डांट डपट भी लगाओ, क्योंकि लास्ट टाइम उन्होंने एंड में मारे थे ऐसे गंदे शॉट।
जितेश शर्मा, सैम करण को भी खिलाओ, शशांक सिंह इन्होंने लिया है, शशांक ने हैदराबाद के लिए, ठीक-ठाक दो चार पारियां खेल के गए थे, तो शशांक सिंह इस टीम का हिस्सा है। हर्ष पटेल, कगिसो रबाडा, राहुल चाहर, अर्शदीप सिंह, हरप्रीत बरार, अथर्व तायडे अब किसी का भी ये इस्तेमाल कर सकते हैं, इंपैक्ट प्लेयर के रूप में, नेथन एलिस के रूप में एक और फास्ट बॉलिंग विकल्प मौजूद है और क्रिस वोक्स के रूप में एक और ऑलराउंडर मौजूद है तो, इस तरीके की कुछ टीम हमें नजर आ रही है, आप को कैसी लग रही है? आपको क्या लगता है?
Analysis of Punjab Kings – पंजाब किंग्स का विश्लेषण
ये क्वालीफाई करेंगे प्ले ऑफस के लिए? हमें लग रहा है, इस बार भी नहीं करेंगे, शिखर धवन क्या 550 से ऊपर रन बनाएंगे? हमें लगता है बनाएंगे, क्योंकि कुछ और क्रिकेट ज्यादा खेल ही नहीं रहे हैं, तो उनके लिए तो यही मौका है सिर्फ और शिखर धवन बहुत डेडिकेटेड खिलाड़ी है। क्या कगिसो रबाड़ा 20 से ऊपर विकेट लेंगे? जहां ये गेंदबाजी करते हैं वहां तो ले लेनी चाहिए, अगर ये 14 मैच पूरे खेलेंगे तो 20 विकेट तो जरूर लेंगे।
Strength of Punjab Kings – पंजाब किंग्स की ताकत
इस टीम की स्ट्रेंथ क्या है? पेस बॉलिंग यूनिट ठीक-ठाक है, इनका क्योंकि इनके पास बहुत सारे विकल्प हैं, अर्शदीप के रूप में एक अच्छा भारतीय तेज गेंदबाज और हर्शल पटेल भी है, यह एक डेथ गेंदबाज और नई गेंद के गेंदबाज भी है, कसिगो रबाडा, नाथन एलिस, और सैम करण के रूप में आपको तीन और गेंदबाज मिल जाते हैं, आप के पास क्रिस वक्स भी है, तो फास्ट बॉलिंग के तो अच्छे खासे विकल्प आपके पास मौजूद है, तो इसको स्ट्रेंथ में डाल देते है।
इस टीम की फास्ट बॉलिंग अच्छी है, इसको हम स्ट्रेंथ में डाल देते हैं। अब फास्ट बॉलिंग का इस्तेमाल कैसे करेंगे, ये एक सवाल रहता है, क्योंकि लास्ट टाइम अर्शदीप सिंह का एक ओवर बचा था, इन्होंने हरप्रीत बरार से करा दिया था, सामने खेल रहे थे रायली रूसो, 20वे ओवर की बात कर रहे है, धर्मशाला का मैदान, बहुत दूर, वैली में गेंदे मार दी थी आखिरी ओवर में, पास फास्ट बॉलिंग अच्छी है, हम इनकी फास्ट बॉलिंग को स्ट्रेंथ में जोड़ देते है।
प्लेंटी ऑफ ऑल राउंडर्स, यह इनकी स्ट्रेंथ में जोड़ देते है, आप एक और बॉक्स टिक कर दीजिये। लियम लिविंगस्टन भी बॉलिंग करते हैं, सैम करण भी बॉलिंग बैटिंग करते हैं, सिकंदर रजा भी बॉलिंग बैटिंग करते हैं, इनके पास विकल्प है मौजूद है, आप ऑल राउंडर्स क्रिस वोक्स खिलाना चाहे तो वो ऑलराउंडर, ऋषि धवन इनके पास ऑलराउंडर है, शशांक सिंह इनके पास ऑलराउंडर है।
इस टीम कि एक और चीज अच्छी लगती है, इनके पास मैच विनर्स है, शिखर धवन मैच विनर है, जिस दिन अच्छा खेलते हैं मैच जितात्ते है, लियम लिविंगस्टन मैच विनर है, जिस दिन तगड़ा खेलते हैं मैच जितात्ते है, जॉनी बेस्टो किसी भी दिन मैच का रुख बदल सकते है, वो भी एक मैच विनर है जब अच्छा खेलते हैं, सिकंदर रजा दोनों चीजें करके वो मैच जितात्ते हैं।
गेंदबाजी मैं, सैम करण अकेले दे दम पर, अर्शदीप सिंह चार विकेट किसी दिन निकाल दें तो, इनके पास अकेले के दम पर मैच जिताने वाले बहुत मैच विनर्स है, तो इन सब को हम स्ट्रेंथ में जोड़ देते है।
Weakness of Punjab Kings – पंजाब किंग्स की कमजोरी
अब वीकनेस क्या है? देखिए वीकनेस जो आपको दिखती है, वो अगर आप शिखर धवन को छोड़ दें, तो भारतीय बल्लेबाजी तो बहुत ही इनएक्सपीरियंस नजर आती है, नाम अच्छे हैं, पर एक्सपीरियंस तो बहुत कम है, शिखर धवन के अलावा कोई और दूसरा इंडियन एक्सपीरियंस प्लेयर नजर नहीं आता है। जितेश को हम अनुभवी इस लिए मानते है, क्योंकि वो इंडिया के लिए खेल गए हैं, तो हम कहते हैं अच्छा हां यार, यह एक अच्छा और अनुभवी प्लेयर है, पर एक्सपीरियंस तो उनको भी नहीं है ज्यादा, वह भी एक नए खिलाडी है, हाँ वह बहुत इंप्रेसिव, बहुत पोटेंशियल वाले है बल्लेबाज है, पर इंडियन बैटिंग में, यह टीम तो बहुत ही अनुभवहीन नजर आती है, यह एक समस्या है।
Spin Department of Punjab Kings – पंजाब किंग्स की स्पिन डिपार्टमेंट
स्पिन डिपार्टमेंट को जब हम देखते है, फास्ट बॉलिंग में बहुत सारे विकल्प और बहुत सारी अच्छी ऑप्शंस उपलब्ध है, पर स्पिनर्स का क्या मेरे दोस्तों, राहुल चहार का पिछला सीजन अच्छा नहीं रहा था, अब राहुल चहार के साथ आपको हरप्रीत बरार दिखते हैं, आपको उनके साथ फिर सिकंदर रजा काभी बॉलिंग करते हुए नजर आते हैं, पर बाकी स्पिनर्स हैं कहां? स्पिनर्स नहीं है, इस टीम के पास और स्पिनर्स का ना होना, ये एक परेशानी का सबब जरूर है।
हालांकि उन्होंने चेन्नई को जाके चेन्नई में हरा दिया था, तब सिकंदर रजा ने कमाल किया था, पर जहां पे वो स्पिन फ्रेंडली पिचस में फसेंगे, तो वहां ये फंस सकती है यह टीम, क्योंकि इनके उतने स्पिनर हैं ही नहीं, और अगर वो स्पिन फ्रेंडली पिचस में फंसे, तो क्योंकि शिखर के अलावा बाकी ओवरसीज बैटर्स पे थोड़ा सा ज्यादा निर्भर करगें, तो वहां फंस जाएंगे, तो स्पिन वाली पिचस के ऊपर खुद के स्पिनर्स का ना होना, यह चीजें इस टीम के थोड़ा सा विपक्ष में जा सकती हैं।
लास्ट, बट नॉट द लीस्ट, मुझे तो फिनिशर्स के अंदर भी एक बात रहती है, कि आपने शाहरुख खान को जाने तो दिया, लेकिन आपने शाहरुख खान को आपने अच्छे से इस्तेमाल नहीं किया था।
इससे बेहतर आप कर सकते थे, पर जब आपने उनको जाने दिया, तो उसके बाद उनकी जगह किसी को लिया नहीं, अब आप सैम करन से उम्मीद करते हो कि वो फिनिश करेंगे, लियम लिविंगस्टन से आप उम्मीद करते हो कि वो फिनिश करेंगे, आप जितेश शर्मा से उम्मीद लगाते हो फिनिश करेंगे, पर ये सब तो पिछले साल भी थे, अब उसके बाद सिकंदर रजा या और सारे प्लेयर्स तो खेल नहीं पाएंगे, क्योंकि अगर आपने सिकंदर रजा को भी खिला लिया, सैम करण को भी खिला लिया, कसिगो रबाडा को भी खिला लिया, लियम लिविंगस्टन को भी खिला लिया, जॉनी बेस्ट को भी खिला लिया? तो कैसे खिला लोगे? नहीं खिला पाओगे, तो फिनिशर का डिपार्टमेंट थोड़ा सा हमें वीक नजर आ रहा है, ऐसा हमें लग रहा है? आपको कैसे लग रहा है?
Opportunity For Punjab Kings – पंजाब किंग्स के लिए मौका
अपॉर्चुनिटी की मैं बात करे, दो तरीके से देख सकते है, एक तो अर्शदीप का पिछला सीजन आधा सीजन बहुत अच्छा था, लेकिन उसके बाद व्हाट हैपेंड ? क्या हुआ ? एक अच्छा गेंदबाज जो नई गेंद से गेंदबाजी कर रहा है, विकेट्स चटका रहा है, पर्पल कैप की लिस्ट में नंबर वन पे था, जब उन्होंने वो मुंबई के चार विकेट चटकाए थे, याद करिए, वानखेड़े स्टेडियम में, उसके बाद इन्होंने उसको नई बॉल देनी बंद कर दी, और उसके बाद उनको देते थे, चौथा या पांचवा या छठ ओवर, उसके बाद डेथ में ओवर नहीं करा रहे हैं, तो अचानक जो अर्शदीप फ्लाई कर रहा था, एकदम से क्रैश लैंड हो गया, तो अपॉर्चुनिटी अब इस बार है कि अर्शदीप का अच्छे से इस्तेमाल करो, वो विकेट्स चटकाए और टी20 वर्ल्ड कप में वैसे
उनकी जगह पक्की ही नजर आती है, जितेश शर्मा जैसा हमने बात की थी, संजू सैमसन, ध्रुव जरेल तो जितेश शर्मा के लिए भी तो वही बात सही है, कि आपको टी-20 भारतीय टीम में रखा गया है, उसके बाद आप जिस नंबर पे कीपर ने खेलना है, आप वहीं पे बैटिंग करते हो, आपको खिलाया भी इसलिए गया था प्लेयिंग एलेवेन मैं, क्योंकि आपके पास वो वाली गेम है,
आप फिनिशर का रोल अदा करते हो, यह आप के लिए सुनेहरी मोका है, आप यहां पे रन बना दीजिए, आपने रन बना दिए, तो सेलेक्टोर्स पर प्रेशर आपने डाल दिया, तो आप कहेगें मैंने बहुत अच्छा आईपीएल खेल लिया है, तो अब मुझे आप लेके चलो वेस्ट इंडीज और अमेरिका, जितेश शर्मा के लिए भी मोका है, हर्शल पटेल लिए भी बढ़िया मोका है। हर्शल पटेल ने अपने एक इंटरव्यू मैं बताया था कि उनके मन में थोडा सा मलाल भी था, कि आरसीबी भी शायद उनको रोक लेती, ऐसा उनको लगा था, वह पंजाब किंग्स मैं अपनी अच्छी सी जोड़ी अर्शदीप सिंह के साथ, बना सकते हो।
राहुल चाहर, लगता है वह थोड़े से खो गए है, उनके लिए भी लिए भी बढ़िया मोका है। अगले साल बिग ऑक्शन है और बिग ऑक्शन पर इस वाले आईएल का असर बहुत पढने वाला है, सो दोनों हाथ से मोका लपकने का मोका है।
Strategy For Punjab Kings – पंजाब किंग्स के लिए रणनीति
स्ट्रेटेजी क्या रहेगी? देखिए दो तरीके की स्ट्रेटेजी है इनके पास? पहली फास्ट बॉलिंग अच्छी है, तो फास्ट बॉलिंग को विकेट टेकिंग गेंदबाजों के रूप में इस्तेमाल करना, हमें लगता है ये टीम कोशिश करेगी, लगातार पेनिट्रेटिव बॉलिंग, नई गेंद से विकेट चटकाना और फास्ट बॉलर्स को ज्यादा मुश्किल ओवर्स करवाना, क्योंकि स्पिन का इनके पास बहुत ज्यादा विकल्प है नहीं, तो वो हमेशा डिफेंसिव रोल में रहते हैं।
बैटिंग के अंदर जितने ओवरसीज बैटर्स हैं, हमें लगता है वह आक्रामक और ताबरतोड़ बल्लेबाज़ी करेगें, चाहे फिर वो जोनी बेस्ट हो, या लियम लिविंगस्टन हो या फिर सैम करन को कभी ऊपर भेज के कहा कहे जा जाओ, “तुम भी सैम, जी ले अपनी जिंदगी”।
तो स्ट्रेटेजी इस प्रकार की होगी, जो भारतीय बल्लेबाज हैं, शिखर धमन को अभी पिछले हमने कुछ टाइम से देखा है कि, वह वो भी थोड़ा कंजरवेटिव वाली क्रिकेट खेलते हैं, बहुत ताबड़ तोड़ नहीं खेलते, वह कैप्टन भी है अगर सामने जोनी बेस्टो है, लियम लिविंगस्टन है, या फिर वो प्रभ सिमरन सिंह आके लप्पे-लप्पे मार रहे हैं, तो फिर शिखर को थोड़ा एंकर वाला रोल अदा करना पड़ सकता है। जितेश शर्मा आक्रामक बल्लेबाजी करने के लिए आजाद होगें और फास्ट बॉलर्स विकेट लेने के आक्रामक गेंदबाजी करेगे। स्पिन डिपार्टमेंट की बात करे तो वोह शायद डिफेंसिव ऑप्शन रहेगी, बहुत ज्यादा अग्रेसिव क्रिकेट वो स्पिन के जरिए नहीं खेलेंगे।
हम आप चाहते हैं कि पंजाब अच्छा करें, क्योंकि पंजाब अच्छा अच्छा करती है, तो पंजाब की एक बात बड़ी अच्छी लगती है, वह है एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और एंटरटेनमेंट करती है।
जब पंजाब किंग्स वाले खेलते हैं, तो बहुत एंटरटेनिंग ब्रांड ऑफ क्रिकेट खेलते हैं, पंजाब किंग्स अच्छा करती है, तो टीम तो बड़ी एंटरटेनिंग तरीके से अच्छा करती है, तो हम उम्मीद करते है ये अच्छा करें, अगर यह थोड़े से अपसेट्स करें, तो अच्छा लगेगा, अभी तक पंजाब सिर्फ दो ही बार ही प्ले ऑफस में क्वालीफाई कर पाई है, एक ही बार पंजाब फाइनल तक पहुंच पाई है, इट्स नॉट अ गुड स्टोरी फॉर पंजाब फ्रेंचाइजर, इनका सोलह साल का इतिहास है।
आज के लिए इतना ही है, आप को, अपना कीमती समय देने लिए बहुत-बहुत शुक्रिया।