Preview of Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का प्रीव्यू
आज बात करनी है, क्या इस साल आरसीबी की टीम पहुंच पाएगी फाइनल तक? क्या विराट कोहली का जो ड्रीम है, आरसीबी के लिए ट्रॉफी उठाने का, क्या वो पूरा हो पाएगा? कैमरन ग्रीन का कैसे करेगी ये टीम इस्तेमाल? फाफ डू प्लेसी की फॉर्म कैसी रहेगी? आरसीबी ने हसंगा को जाने दिया है, युज्वेंद्र चहल को पहले ही रिलीज़ कर दिया था । क्या स्पिन बॉलिंग परेशानी हो सकती है? अब आकाश दीप इंडिया के लिए खेल चुके हैं। सिराज अच्छा कर रहे हैं । क्या फास्ट बॉलिंग की समस्याए अब ठीक हो चुकी है। आइये इस बारे मैं बात करते है।
History of Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का इतिहास
आरसीबी का इतिहास कैसा है? इनकी हिस्ट्री एक बात अच्छी है कि, इनके फैन क्लब या फैन बेस कि लॉयल्टी जो है वह डिफरेंट लेवल कि है, को पूछे कि आप को लॉयल पार्टनर कैसा चाहिए, तो हम कहेगें कि आरसीबी के फैन जैसा चाहिए, आंधी आए या तूफान, वो बंदा खड़ा है, सीना तान। आप अच्छा करो तो आपके साथ, आप बुरा करो तो भी आपके साथ। उनका दिल टूटता जरूर है, पर आपका साथ कभी नहीं छूटता है।
अगर हम इनके इतिहास को उठा के देखते है, इसमें कोई डाउट नहीं है एक समय इनका एक ड्रीम बैटिंग लाइनअप हुआ करता था, मतलब इससे बेहतर बैटिंग क्या होगी, क्रिस गेल, विराट कोहली, एब डीविल्लिएर्स, केल राहुल, शेन वाटसन थे, क्या बैटिंग लाइनअप थी, बहुत शानदार थी “वाओ”।
ये टीम 16 सीजंस खेली है, उसमें से आठ बार ही क्वालीफाई भी किए हैं, तीन बार ये फाइनल भी खेले हैं। इस का मतलब यह नही है कि यह असफल टीम है, बस आज तक ट्रोफी नहीं उठाई है। अगर आप तीन फाइनल खेलते हैं, हर दूसरे साल में क्वालीफाई करते हैं, तो यह कोई बुरा रिजल्ट नही है, जब आप थोड़ी सी इर्दगिर्द नजरें घुमाते हैं, आप कहते हैं, ठीक ही किया है गलत तो नहीं किया, क्योंकि राजस्थान रॉयल्स है 14 साल खेली, एक बार जीती, और पांच ही बार क्वालीफाई किए हैं और इधर यह टीम 16 साल खेली हैं और आठ बार क्वालीफाई किए है, तीन बार फाइनल खेले, बस एक बार भी ट्रॉफी नही जीत पाए।
इस टीम के लिए सिर्फ एक ही पर्पल कैप विनर रहा है, वो है हर्शल पटेल, हाँ यह एक प्रॉब्लम जरुर है। सबसे ज्यादा रन्स बनाने का रिकॉर्ड इस टीम के लिए “द विराट कोहली” का है । एबी डिविलियर्स ने इस टीम के लिए सबसे ज्यादा “प्लेयर ऑफ द मैचेस” जीते हैं। उनोहने कुल 25 “प्लेयर ऑफ द मैचेस” जीते है, जिसमें से 23 आरसीबी के लिए जीते है। सबसे ज्यादा चक्के आरसीबी के लिए क्रिस गेल ने लगाए हैं, क्या चक्के मरता था “क्रिस्टोफर हेनरी गेल” । दो ऑरेंज कैप क्रिस गेल ने जीते हैं आरसीबी के लिए। एक ऑरेंज कैप “द विराट कोहली” ने जीता हैं आरसीबी के लिए। ये हो गया थोड़ा सा इतिहास आरसीबी का, मतलब क्या किया है इस टीम ने पिछले कुछ सालों से।
अब लगातार क्वालीफाई करना शुरू किया है, हालांकि पिछला साल उनका मिस हो गया था? लास्ट ईयर दे मिस्ड द पास, क्योंकि शुभमन गिल इनके पीछे पड़ गए थे, हालांकि शतक तो किंग “द विराट कोहली” ने भी बनाया था मगर “प्रिंस शुभमन गिल” के शतक ने उन्हें “ओवर शैडो” कर गया था।
Current Playing Eleven of Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की मौजूदा प्लेइंग इलेवन
अब इस बार की 11 क्या हो सकती है? फाफ डू प्लेस कप्तान है, विराट कोहली उनके साथ होंगे, बड़ा सवाल यह होगा कि कैमरन ग्रीन का क्या करें, कहां इस्तेमाल करें, अभी जो हम प्लेयिंग एलेवेन बना रहे है, उसका बैटिंग ऑर्डर हमें नहीं पता, हम अपने अनुसार कैमरन ग्रीन को नंबर तीन पर रखते है, रजत पाटीदार को चार पे रखो, ग्लेन मैक्सवेल को पांच पे रखो।
उसके बाद आप दिनेश कार्तिक/अनुज रावत को रख सखते है, पर क्योंकि दिनेश कार्तिक का आखिरी सीजन है, आपने प्रॉपर फिनिशर के रूप में इसको इस खिलाड़ी को अपने पास रखा है। मनोज भागे के रूप मैं इनके पास ऑलराउंडर है जिनको इन्होंने लिया है। फिर करण शर्मा द लेग स्पिनर है, लॉकी फर्गुसन, आकाश दीप, मोहम्मद सिराज है।
इंपैक्टप्लेयर के रूप में आप विजय कुमार विषक को ला सकते हैं, अगर आप बैटर के रूप में कोई चाहिए होगा, तो तो आपको देखना पड़ेगा कि अनुज रावत/दिनेश कार्तिक में से किसी एक का भी इस्तेमाल आप कर सकते हैं। यह प्लेयिंग इलेवन नजर आ रही है रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की।
Analysis of Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का विश्लेषण
क्या आईपीएल इस बार जीत जाएगी आरसीबी? शायद नहीं जीत पाएगी? क्योंकि जीतने वाली टीम तो नहीं लग रही है। क्या विराट कोहली के ऑरेंज कैप जीत जाएंगे? शायद नहीं जीत वो भी नहीं हो पाएगा? क्योंकि यशस्वी जैसवाल के चांसेस सबसे ज्यादा ब्राइट है जीतने के। हमारा मोहम्मद सिराज क्या 18 से ज्यादा विकेट ले लेगा? लगता है ले लेगा? उसको 18 विकेट मिलेंगी क्योंकि वो अच्छी गेंदबाजी करेगा और 18 विकेट चटका जाएगा?
Strength of Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ताकत
इस टीम की ताकत क्या है, पहले बेटिंग की बात करते है। सबसे पहले आयंगे कप्तान फाफ डू प्लेस है उनके साथ होंगे विराट कोहली, फिर आते है कैमरून ग्रीन, उसके बाद आते हैं ग्लेन मैक्सवेल या फिर रजत पाटीदार, यह बहुत अच्छे पांच गन बैटर्स है। इस टीम के पास बैकअप में विल जैक्स भी है तो इनके पास विकल्प मौजूद है, पहले पांच तों बहुत अच्छे है।
पिछले साल तो फाफ डू प्लेस और कोहली है काफी थे, अब ग्लेन मैक्सवेल भी कंसिस्टेंट हो चुके हैं, पिछले दो-तीन साल का ट्रैक रिकॉर्ड ये बताता है, अब वो रन बनाता भी है और विकेट भी चटकाता है। रजत पाटीदार बहुत अच्छे बल्लेबाज है। कैमरन ग्रीन को आपने 17.50 करोड़ रुपए में लिया है, क्यों लिया है, मतलब समझ में नहीं आया। इनके पास बैट बटिंग अच्छी है।
इनके पास पेस बोलिंग का डिपार्टमेंट भी अच्छा है, अच्छे गेंदबाज है जैसे कि आकाश दीप यहां पर है, लॉकी फर्गुसन यहां पे है, अल्ज़र्री जोसफ यहां पे है, मोहम्मद सिराज यहां पर है, आपके पास रीस टोपली भी है, विजय कुमार विषक भी है, आपके पास यश दयाल भी है, तों इनके फास्ट बॉलिंग का गैंग इनके पास पूरा तगड़ा है। तों इनके पास फास्ट बॉलिंग अच्छी है, बैटिंग बहुत अच्छी है, ये इस टीम की ताकत है।
Weakness of Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की कमजोरी
अब वीकनेस क्या है? जब हम गेंदबाज गिनने लगते है तों स्पिनर कहां है? कहां है स्पिनर? क्यों नहीं खरीदते हो स्पिनर? स्पिनर के अंदर इन्होंने मयंक डागर को लिया है, शाहबाज अहमद भी उतना ही काम कर रहे थे, जितना मयंक डागर करेंगे, उसके बाद आपके पास करण शर्मा है, करण शर्मा को भी आप इस्तेमाल करते हुए थोड़ा संकोच करते हैं, हमेशा नहीं करते हैं, हर जगह उनको बॉलिंग नहीं कराते हैं, उसके बाद कोई बहुत बड़ा नाम यहां नहीं दिख रहा है, डोमेस्टिक प्लेयर्स के नाम जरूर हैं, जिसमे राजन कुमार है, हिमांशु शर्मा, स्वप्निल सिंह है।
पर क्या ऐसे स्पिन गेंदबाजों के नाम है? जिनको देखकर आप बोलो “वाओ क्या स्पिन की टीम है यार” । एक बार चेन्नई की के साथ मैच हुआ था, जो ओपनिंग एनकाउंटर था, वहां पे बॉल टर्न हो रही थी, अगर बॉल टर्न होती तो आरसीबी वाले फस जाते हैं और इनके खुद के पास स्पिनर होते नहीं है । पास तो इस बार इनके पास बड़े लिमिटेड स्पिन ऑप्शंस हैं। ग्लेन मैक्सल से चार ओवर की उम्मीद रखी जाएगी हर बार, पर यह आदर्श स्थिति नहीं है आरसीबी के लिए।
आरसीबी अपने चोदाह में से सात मैच अपने होम ग्राउंड बेंगलुरु मैं खेलेगी, जहाँ अच्छे-अच्छे स्पिन बॉलर्स की धजिया उड़ा दी जाती हैं, इसे बॉलर्स का ग्रेव यार्ड भी कहते है। ऐसे में आरसीबी की फास्ट बॉलिंग अच्छी लग रही है, पर जो बाकी स्पिनर्स वगैरह आपके होने चाहिए, लेफ्ट ट्रांसर होने चाहिए, क्योंकि उनकी पिटाई बहुत होनी है, तो उनकी क्वालिटी बहुत अच्छी होनी चाहिए।
आपके पास वंदू अरंगा आने वाले थे, पर आप ने जाने दिया। युज्वेंद्र चहल को तो आपने पहले ही जाने दिया था। इनके पास अच्छे और क्वालिटी स्पिनर्स का ना होना एक कमजोरी है।
दूसरी कमजोरी क्या हो सकती है?
दूसरी कमजोरी है, फाफ डुप्लेसी का फॉर्म? अभी कुछ कह नही सकते पर यह पोटेंशियल वीकनेस हो सकती है? वो एक शानदार बल्लेबाज है, इस मैं कोई शक नही है, पर सच बात यह है कि वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नही खेल रहे है और लम्बे गैप से आ रहे हैं, जब गैप जब लंबे होते जाते हैं तो फिर परफॉर्मेंस के ऊपर आपको 50:50 सा, शक होना शुरू हो जाता है।
यह भी सच है, जब आप चिन्ना स्वामी पहुंचते हैं तो, फॉर्म अपने आप आ जाती है, तो ये हो सकता है कि उनकी फॉर्म दोबारा आ जाए, पर अगर नहीं आती है तो, वो एक प्रॉब्लम हो सकती है, वो आरसीबी के कप्तान है, वो आपके ओपनर है, अगर उनकी फॉर्म अच्छी नहीं रही, तो क्या आप मिड सीजन कप्तान बदलोगे? तो ये एक कमजोरी तो है, और बाहर विल
जैक्स बैठे हुए हैं जो इतनी जबरदस्त रेड हॉट फॉर्म में आए हैं। लेकिन खिलाओगे कैसे? तो ये एक समस्या रहने वाली है।
Opportunity For Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए मौका
इसमें सबसे पहले रजत पाटीदार है, क्योंकि उनके टेस्ट मैच अच्छे नहीं गये है, तो फिर यही मौका है उनके लिए, यह मोका अपने नाम कर लीजिए । कैमरन ग्रीन, आप तीन नंबर बैटिंग करा के 10 मैच खिला, वो जरुर परफॉर्म करेगें, अगर उनको नीचे भेजा तो वो बात नहीं बनेगी? विराट कोहली तों ओपन ही करेंगे या नीचे आएंगे? ये भी एक सवाल हो सकता है। पर कही ऐसा ना हो कैमरन ग्रीन को ओपन करा दे, क्योंकि जब इंडिया की टीम बनेगी T20 वर्ल्ड कप की, जिसमें विराट कोहली होंगे तो बैटिंग तो नंबर तीन पे करेंगे, तो फिर क्या पता उनके मन में हो कि मैं वर्ल्ड कप की चुनौती जो सामने दिख रही है, तो उसके लिए मैं तैयारी आज से करता हूं, यह एक सम्भावना हो सकती है? क्योंकि विराट कोहली से आप तैयारी की उम्मीद करते हैं, भाई हर तरीके से वो तैयारी पूरी करेंगे।
करण शर्मा के लिए है, स्पिन डिपार्टमेंट के लिए, बहुत बड़ी अपॉर्चुनिटी है? लॉकी फर्गुसन और अल्ज़र्री जोसफ के लिए भी बहुत बड़ी अपॉर्चुनिटी है? अल्ज़र्री जोसफ को बहुत पैसे दे के ख़रीदा है, आप इन मे से किसी एक को ही प्लेयिंग इलेवन मैं मोका देगें, पर दोनों के
लिए अपॉर्चुनिटी है। मोहम्मद सिराज, विजय कुमार विषक, आकाशदीप सबके लिए अपॉर्चुनिटी है।
Strategy For Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए रणनीति
स्ट्रेटेजी क्या होगी? स्ट्रेटेजी बड़ी सिंपल है, बैटिंग के साथ बहुत सारे रन्स बनाओ इतने बना दो कि जो आपकी बॉलिंग में थोड़ी कमियां और कमजोरियां है वो नजर ना आए।
जब आप के पास ग्लेन मैक्सवेल हो, विराट कोहली हो, फाफ डू प्लेसिस हो, कैमरून ग्रीन हो, रजत पाटीदार हो, दिनेश कार्तिक/ अनुज रावत हो, आपके इस तरह की बैटिंग हो तो फिर आप सीधा जा के स्मैश एंड हैमर करो।
Additional Weakness of Royal Challengers Bengaluru – रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की अतिरिक्त कमजोरी
वीकनेस में एक और चीज आप जोड़ सकते थे, फिनिशर्स की थोड़ी सी कमी नजर आई है, दिनेश कार्तिक बहुत एक्सपीरियंस है पर वो खेल से बहुत दूर है, जो बात फाफ के लिए सच है, वो बात इनके लिए भी उतनी ही सच है और आखिरी सीजन है इनका।
तो आरसीबी के पास फिनिशर थोड़े से कम है? पर बैटिंग धमाकेदार है, 190-200 रन बनाओ और बॉलिंग के साथ उम्मीद करो, कि फास्ट बॉलर्स विकेट चटकाए, स्पिनर्स रन रोकने का कम करे, ऐसी कुछ स्ट्रेटेजी इस टीम के पास हो सकती है, क्योंकि स्पिन डिपार्टमेंट मैं विकेट टेकिंग ऑप्शंस नही है, वह सिर्फ विकेट ले सकते हैं, बसर्ते फास्ट बॉलर्स जो है वो प्रेशर बनाए। अगर फास्ट बॉलर्स काम कर देते हैं तो, स्पिनर्स के खाते में भी विकेट जा सकती हैं अन्यथा फास्ट बॉलर्स के से विकेट मांगेंगे और बल्लेबाजों से रन मांगेंगे।
फिनिशर उतने नहीं है, इसलिए टॉप ऑर्डर मतलब पहले चार-पांच बल्लेबाजो को पुरे 20 ओवर्स के बल्लेबाजी करनी पड़ेगी।
आज के लिए इतना ही है, आप को, अपना कीमती समय देने लिए बहुत-बहुत शुक्रिया।