Rinku Singh| Why is Rinku Singh famous?  रिंकू सिंह | रिंकू सिंह क्यों प्रसिद्ध है?

केकेआर और गुजरात टाइटनस का मैच

आईपीएल 2023| कोलकाता नाईट राइडर (केकेआर) और गुजरात टाइटनस के बीच नरेन्द्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद मैं 13वा मुकाबला खेला गया| इस मैच  मैं गुजरात टाइटनस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारत 20 ओवेर्स 204 रन बनाये| जिसके जवाब मैं कोलकाता नाईट राइडर ने लक्ष्य का पीछा करते निर्धारत 20 ओवेर्स 207 रन बना कर मैच को 3 विकेट से अपने नाम कर लिया|

रिंकू सिंह का आखरी ओवर का कमाल

कोलकाता नाईट राइडर  (केकेआर) को आखरी ओवर मैं गुजरात टाइटन्स के खिलाफ़ जीत के लिए 29 रनों की जरुरत थी| रिंकू सिंह ने पांच गेंदों पर लगातार पांच छक्के लगाकर लगा कर अपनी टीम को एक चमत्कारिक जीत दिलवाई| जिससे आज रिंकू सिंह न सिर्फ हिंदुस्तान बल्कि पूरी दुनिया में हर तरफ छा चूके हैं| यहाँ तक कि बॉलीवुड के स्टार्स भी रिंकू सिंह की तारीफ के कसीदे पढ़ रहे हैं|

कौन है रिंकू सिंह?

लेकिन कौन है ये रिंकू सिंह| हम आपको उनके इसी फिल्मी संघर्ष की कहानी को पूरी तफ्सील के साथ,  इस लेख के माध्यम से देने की कोशिश करेगें| 26 वर्षीय रिंकू सिंह के ज़िंदगी का सफर, अब तक बहुत ही ज्यादा फिल्मी कहानी की तरह रहा है|

रिंकू सिंह का पारिवारिक जीवन  

रिंकू सिंह के पिता जी का नाम खंडचन्द्र है| खांडचन्द्र जी गैस सिलिंडर की डिलिवरी का काम किया करते थे| खांडचन्द्र जी ने बरसों तक यही काम किया था| उनका परिवार इतना गरीब था कि उन्हें रिंकू सिंह का क्रिकेट खेलना गवारा नही होता था| कई बार परिवार भूखे पेट सोता था| खांडचन्द्र जी कई मौकों पर अपने बच्चो को भी यही काम करने के लिए कहते थे|  वह आदेश देते थे, जाओं गैस सिलिंडर की डिलिवरी देखकर आओ| यह उस समय की बात है जब जब रिंकू सिंह का आइपीएल 2017 में डेब्यू नहीं हुआ था|

रिंकू सिंह का घर

रिंकू सिंह का परिवार बहुत ही गरीब था| वह अलीगढ, उत्तर परदेश मैं सिर्फ दो कमरों के छोटे से मकान में रहते थे| रिंकू सिंह कुल मिला कर पांच भाई बहन हैं| यह मंझले है| तीसरे नंबर पर आते हैं| घर मै सबसे बड़ी एक बहन है|

रिंकू सिंह का शिक्षा

रिंकू सिंह ने जयादा पढ़ाई लिखाई नहीं की है| वह सिर्फ आंठ्वी पास है| रिंकू सिंह ने कक्षा नवीं के मिड टर्म के एग्जाम भी दिए थे| उसमें भी रिज़ल्ट बहुत अच्छा नहीं आया था| जिस वजह से वह फाइनल टर्म के एग्जाम्स भी देने के लिए नहीं गए| यह आप की मर्जी है आप उन्हें तो आठवीं पास कह सकते हैं या नवीं फेल कया कहेंगे|

जीवन का संघर्ष

रिंकू सिंह अपनी जिंदगी के शुरुआती जीवन मैं बहुत संघर्ष किया है| जब वह पैसा नहीं कमाते थे तब अक्सर कमरे में बैठकर अकेले रोया करते थे| वह अक्सर सोचते थे कि वह अपने परिवार की किस तरह से मदद कर सकता हूँ|

घर का कर्ज और भाई-बहन की शादी

भाई की शादी होने वाली थी| इनके पास में जेब में फूटी कौड़ी नहीं थी| तब रिंकू सिंह यह सोच रहे थे, कि भाई की शादी मैं, वह कैसे परिवार की कुछ मदद कर सकते है| बहन की शादी होने वाली थी| इस शादी मैं मैं क्या मदद कर सकता हूँ| परिवार पर ₹5,00,000 का कर्जा था| उस कर्ज का ब्याज देने तक की, परिवार की माली हालत नहीं थी|

पहली नौकरी

जैसे रिंकू सिंह थोड़े बड़े हुए| अब उनके पैसा कमाने की बारी थी| परिवार को पैसे की जरुरत थी| तब उन्होंने सोचा कोई नौकरी कर ली जाये| बहुत कोशिश की लेकिन कोई नौकरी नहीं मिली| रिंकू सिंह को उनके बड़े भाई की सिफारिश के दम पर एक नौकरी मिली| सफाईकर्मी की नौकरी| झाड़ू पोंछा लगाने की नौकरी|

नौकरी को छोड़ना

रिंकू सिंह ने कुछ महीने झाड़ू पोछे भी लगाए| लेकिन उन्हें जल्दी ही पता लग गया कि ये नौकरी उनके लिए नहीं बनी है| उनके लिए क्रिकेट बना है| फिर रिंकू सिंह ने नौकरी छोड़ दी|

रिंकू सिंह का शुरुआती खेल जीवन

रिंकू सिंह बचपन से ही क्रिकेट खेलना चाहते थे| उन्होंने 11-12 साल की उम्र से ही इन्होंने लेदर बॉल से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था| लेकिन खेलने के लिए आपको सामान की जरूरत होती है अच्छे बल्ले की जरूरत होती है| आपको क्रिकेट किट लेनी पड़ती है| लेकिन इसके लिए रिंकू सिंह के पास पैसा नही था| इसलिए अपने दोस्तों की किट से लेकर पहना करते थे|

मजबूर पिता

क्रिकेट के शौक में कई बार ऐसा भी रहा कि रिंकू सिंह कि पिता ने डंडों से पिटाई है| पिता जी घर के हालात से बहुत मजबूर थे| अक्सर अपना हाथ बटाने के लिए सिलेंडर की डिलीवरी देने के लिए रिंकू को कहते थे| लेकिन जब पता चलता कि वह क्रिकेट खेलने गया है| तो फिर आने पर  पिटाई होती थी

माँ का साथ मिला

पिता की घर के हालत और गरीबी से मजबूर थे| माँ अपनी ममता से मजबूर थी| माँ ही थी, जो सपोर्ट किया करती थी| कई बार टूर्नामेंट खेलने के लिए पैसे देने पड़ते हैं| चोरी छिपे इन्हें पैसे दिया करती थी| कई बार टूर्नमेंट में खेलने के लिए पैसे देंने पड़ते है| वहाँ पर भी अक्सर परेशानी हो जाती थी| क्योंकि जब आप पैसे देकर खेलने के लिए गए हो और वहां पर आपको जीत नसीब नहीं हुई| तो आपको परिवार की नाराजगी भी झेलनी पड़ती है|

कैसे किस्मत ने करवट बदली

साल 2017 दौरान रिंकू सिंह के परिवार की आमदन ₹12,000 महीना तक की थी| लेकिन 2017 ही वो साल था, जब एक क्रिकेट टूर्नामेंट में रिंकू सिंह ने एक बाइक जीती थी| इनके परिवार को लगा की हाँ ये कुछ कर सकता है| हमारे परिवार का बेटा ये कुछ कर सकता है|

बाइक पिता को गिफ्ट कर दी

रिंकू सिंह के पिता गैस सिलिंडर की डिलिवरी देने साइकल पर जाया करते थे| अब इनको एहसास हुआ कि मैं पिताजी को मैं थोड़ा सा आराम दूँ| फिर रिंकू सिंह ने अपनी बाइक पिता जी को गिफ्ट कर दी और उनके पिता फिर उस बाइक पर ही गैस सिलिंडर की डिलिवरी करने लगे|

आईपीएल मैं चयन हुआ

इस दौरान रिकू सिंह ने यूपी के लिए धीरे धीरे इन्होंने अपनी पहचान बनाई थी| वह अंडर 16 और अंडर 19 तक मैं एक पहुँच चूके थे| साल 2017 में रिंकू सिंह की किस्मत ने और थोड़ी सी करवट ली|  पंजाब फ्रैंचाइजी ने उन्हें  ₹10,00,000 की बेस प्राइस पर खरीदा| लेकिन वह पूरे सीज़न में पंजाब फ्रैंचाइजी के लिए सिर्फ बेंच पर बैठे रहे| एक भी मैच खेलने का उन्हें मौका नहीं मिला| जब पंजाब फ्रैंचाइजी ने इन्हें खरीदा तो इनको थोड़ी और पहचान मिली और इनको अंडर 23 में भी मौका मिला|

हालत थोड़े से बेहतर हुए

रिकू सिंह अंडर 23 मैं पोहच चुके थे| रिटेनशन फीस मिलने लगी थी| पंजाब फ्रैंचाइजी से एक सीजन के 10 लाख मिल चुके थे| इस से एक काम अच्छा हुआ परिवार का कर्जा उतर गया| थोड़ा बहुत घर की रेनोवेशन हो गई थी| लेकिन माली हालत अभी भी अच्छी नहीं हुई थी| अभी भी वह अलीगढ़ के उसी दो कमरे के मकान मैं रहते थे|

आईपीएल सीजन 2018

आईपीएल सीजन 2018 ही वह सीजन था| जब उनकी दुनिया बदल गई|  कोलकाता नाईट राइडर (केकेआर) ने उन्हें 80,00,000 सालाना की सैलरी पर खरीद लिया| यह सिलसिला साल 2021 तक चला| लेकिन साल 2021 मैं इनका फिर एक ख़राब दौर आया| घुटनों में इनके चोट लगी| सर्जरी करानी पड़ी| कुछ महीनों के लिए बेड पर आ गए| नतीजा ये रहा कि 2021 का आइपीएल सीज़न भी नहीं खेल पाए| इसी के बाद इन्हें केकेआर ने रिलीज भी कर दिया|

आईपीएल सीजन 2022

रिंकू सिंह ने पैसा तो कमाया लेकिन उनका प्रमोशन से पहले ही डिमोशन हो गया| जब 2022 की ऑक्शन हुई थी| किसी भी फ्रैंचाइजी ने इनपर कोई बोली नही लगाई| पिछले सीज़न तक जो रिंकू सिंह ₹80,00,000 के अंदर बिके थे| उसी रिंकू सिंह को ₹55,00,000 में केकेआर ने 2022 में फिर से खरीद लिया| आईपीएल 2023 का जो मौजूदा सीज़न-16 चल रहा है| उसमें भी इनकी मौजूदा सैलरी ऐन्युअल ₹55,00,000 ही है|

बैन भी झेल चुके है?

क्या आप जानते है रिंकू सिंह बैन भी झेल चुके है| यह किस्सा ऐसा है कि जब यह आइपीएल खेल रहे थे| इनकी थोड़ी सी इंटरनैशनली पहचान बनी चुकी थी| साल 2019 मैं इनसे एक गलती हो गयी थी| ये अब्बू धाबी में टी20 लीग खेलने के लिए चले गए थे| बिना किसी की इजाजत लिए| बिना बीसीसीआई को इन्फॉर्म किये| बिना यूपी क्रिकेट असोसिएशन को इन्फॉर्म किये| जिससे कि इन पर कंप्लीट बैन लगने की नौबत आ गई थी|

किस्मत ने साथ दिया|

तब में हो सकता था की इनका करियर 2019 में ही खत्म हो जाता| लेकिन खुशकिस्मती से बीबीसीआई ने वॉर्निंग दी और सिर्फ तीन महीने का बैन लगाया| नहीं तो आज जो रिंकू सिंह की चर्चाएं हो रही है वो चर्चाएं शायद नहीं हो रही होती| क्योंकि उनका क्रिकेट करियर साल 2019 में ही खत्म हो जाता|

पहचान कैसे बनी?

आईपीएल सीजन-15 में यानी पिछले सीज़न में उन्होंने लखनऊ सुपरजाइंट खिलाफ़ 15 गेंदों पर 40 रनों की एक पारी खेली थी| वहां से इनको पहचान मिली| हालांकि इस मैच में लखनऊ सुपरजाइंटस कोलकाता नाईट राइडर (केकेआर) के खिलाफ़ दो रनों से जीत हासिल करने में सफल रही थी| लेकिन रिंकू सिंह उस हार के बावजूद अपने लिए पहचान बनाने में सफल हो गए थे| हालाँकि रिंकू सिंह ने साल 2018 में आईपीएल में उन्होंने डेब्यू किया था| लेकिन 5 साल में इन्होंने सिर्फ 10 मैच ही खेलने का उन्हें मोका मिला है|

ऐतिहासिक पारी

मन मैं एक कसक थी कि मैंने काफी कुछ कर दिया| 15 गेंदों पर 40 रन बना लिए| काश मैं दो रन और बना देता तो मेरी टीम जीत जाती और हम शायद लखनऊ को हरा भी देते| कसक थी अपनी टीम की हार को जीत में बदलने की| यह अब आईपीएल 2023 के सीजन 16 में पूरी हुई| गुजरात टाइटनस (जीटी) के खिलाफ़ अड़तालीस रनों की नॉटआउट पारी खेली| रिंकू सिंह आखिरी ओवर में कि 29 रन बनाने के लिए फ़ेवरेट नहीं माने जा रहे थे|

ऐसा करने वाले पहले खिलाडी!

रिंकू सिंह ने वो कर के दिखाया है, जो आइपीएल इतिहास तो छोड़िये इंटरनेशनल क्रिकेट के इतिहास में भी इससे पहले कभी नहीं हुआ है| एक सक्सेसफुल रन चेस| मैच का 20वां और आखिरी ओवर था|आईपीएल इतिहास में 20वें ओवर में लक्ष्य का पीछा करते हुए महेंद्र सिंह धोनी के 23 रनों के रिकॉर्ड को भी इस मैच में रिंकू सिंह ने तोड़ दिया| रिंकू सिंह अपने आप को एक मैच विनर के तौर पर खुद को साबित कर किया है|

पिछली बार पांच छक्के कब लगे?

जी हाँ आईपीएल इतिहास मैं आखिरी ओवर में, 20वें ओवर में और पांच छक्के लगाने का कारनामा पहेले भी हो चूका है| इससे पहले राहुल तेवतिया और क्रिस गेल यह कारनामा कर चुके हैं| लेकिन अब रिंकू सिंह एक सफल रनचेज के अंदर ये इतिहास रचने मैं कामयाब हो गए हैं| इसीलिए आज हर तरफ उनकी की चर्चाएं हो रही है| क्रिकेट के गलियारों से लेकर बॉलीवुड तक और यहाँ तक की आम ऑफिस के अंदर भी लोग रिंकू सिंह की चर्चाएं कर रहे हैं| अब शायद हो सकता है 2023 के बाद इसकी सैलरी भी 55,00,000 नहीं रहेंगी|

लेकिन आज जिंदगी बदली है, सिर्फ परिवार के एक सदस्य की बदौलत, रिंकू सिंह की बदौलत|

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