Preview of Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद का प्रीव्यू
पेपर पे टीम देखो, तो लगता है क्या काम किया है यार! अगर यह अपने पोटेंशियल पे खेलेंगे तो ये ट्रॉफी उठाने वाली टीम है? थोड़ा सा भी अगर कम खेलेंगे तो यार ये क्वालीफाई तो पक्का करेंगे। वैसे सनराइजर्स हैदराबाद की टीम पिछले साल भी कमाल की टीम थी, तो इस साल भी कमाल की टीम है।
इस कोच और कप्तान बदल दिए गए हैं, बहुत सारे पैसों में खर्च करके विश्व विजेता कैप्टन को बुलाया गया है। उनके साथ उन्हीं के मित्र डेनियल विटोरी कोच भी हैं। क्या अब इस बदलेगी तकदीर? क्या यह लिख पाएंगे कुछ नई कहानी? इस बार सनराइजर हैदराबाद का सूर्य होगा उदय या फिर अस्त?
History of Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद का इतिहास
हैदराबाद फ्रेंचाइजी की एक्चुअली कहानी बड़ी मज़ेदार है। पहले ये डेकन चार्जेस हुआ करती थी, याद है ना आप सभी को? फिर कम्पनी को कुछ हुआ वो अलग कहानी है, और वहां से फिर हैदराबाद की टीम सनराइजेज हैदराबाद बन जाती है।
इस टीम ने अपने पहले आठ सीजंस में से छह बार लगातार “प्ले ऑफ” में क्वालीफाई करते हैं। पहले आठ सीजन जो सनराइज हैदराबाद अपनी फ्रेंचाइजी रूप में खेलते हैं, उसके बाद आईपीएल 2016 जीतते भी हैं, 2018 में रनर्स अब भी रहते हैं और अच्छा कर रहे थे।
लेकिन पिछले साल वो पॉइंट्स टेबल मैं सबसे बॉटम मैं थे, मतलब “बॉटम ऑफ द टेबल”। भुवनेश्वर कुमार सबसे ज्यादा विकेट टेकर है, दो बार “पर्पल कैप” उनके नाम है और तीन बार डेविड वार्नर ने “ऑरेंज कैप” जीती है, ये तो रहा इस टीम का इतिहास।
लेकिन इस बार बदलाव किए हैं और ढेर सारे किए हैं, पर बहुत ही कम होता है किसी टीम के साथ जब टीम को पेपर पे देखते हैं और आपको लगता है कि ये वाला पहलु भी कवर है, दूसरा वाला पहलु भी कवर है, ये कोई भी डिफरेंट कॉम्बिनेशन खिला सकते हैं, जैसा इनका मन करे। इस का मुख्य कारण इनका इनके पास इंडियन पेस कंटिजेंट या इंडियन बॉलिंग कंटिजेंट इतना स्ट्रांग है कि ये सिर्फ इंडियन बॉलर खिला ले तो भी काम चल जाएगा! कितनी ऐसी टीमें ये कह सकती हैं? कि हम सारे इंडियन बॉलर्स खिलाएंगे लेकिन हमें कोई इशू नहीं है? इनका मन करे तो ये इंडियन बैटिंग लाइनअप के अंदर वहां पे भी अपने आप को अच्छी तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं? वहां बैटिंग ऑर्डर में जरूर आपको थोड़े से फॉरेनर्स की जरूरत पड़ेगी! पर इनके पास मयंक अग्रवाल, अभिषेक शर्मा है जिनसे ओपन करा सकते है, शुरुआत में दो हो गए। अनमोल प्रीत सिंह इस टीम के अंदर है जो पिछले साल खेल भी रहे थे, उसके बाद राहुल त्रिपाठी है, अब्दुल समद है।
तो इंडियन बैटिंग आपको बॉलिंग के मुकाबले थोड़ी सी कमजोर नज़र आएगी? पर बॉलिंग तो कमाल है! इंडियन बॉलिंग में जयदेव उनदकट, उमरान मलिक, सुब्रमन्यम, टी नटराजन, मयंक मारकंडे, भुवनेश्वर कुमार, वाशिंगटन सुंदर, शहबाज अहमद है। इस टीम के पास इतने सारे इंडियन बॉलर्स हैं, यह इस टीम की खासियत रही है।
अब हैदराबाद फ्रेंचाइजी ने ओवरसीज के प्ल्येर्स का एडिशन किया है, ट्रेविस हेड, पैट कमिंस और वंदू हसंगा को ले आए है। इनके पास पहले है मार्करम, हेनरी क्लासेन, मार्को जानसेन, फजल फारूकी और ग्लेन फिलिप्स थे।
क्या टीम है! इनका मन करे ट्रेविस हेड से ओपन करा ले, नहीं करानी है तो मार्करम से करा लेते ले, अगर मार्क्रम को नीचे रखते हैं, हेनरी क्लासेन को रखते हैं या हम इन दोनों को नहीं खिलाते, हम ग्लेन फिलिप्स और हेनरी क्लासेन को खिलाते हैं। जिसको मन करे, उसको खिलाते है। इस टीम के पास गहराई बहुत है, इनका मन करे तो वंदू हसंगा को ना खिलाये, मार्को जानसेन और पैट कमिंस को खिलाएं। यह मार्को जानसेन कि जगह फजल फारूकी को खिला सकते है, सारे विकल्प–सारी चीजें ठीक है इनकी। मतलब किसी भी तरीके से ये टीम बनाना चाहे, अलग-अलग कॉम्बिनेशन की टीम बना सकते हैं।
पिछली बार जब हैरी ब्रुक इस टीम का हिस्सा थे, उनको बल्लेबाजी मैं काफी उपर-नीचे किया था पर उनसे रन्स नही बने और जो उनके ऊपर इतने पैसे खर्चे थे वो जस्टिफाई नहीं हुए, हैरी ब्रुक टीम के लिए एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) रहे। वो एक अच्छे खिलाडी है पर स्पिन के सामने थोड़ा सा फंसते हुए नजर आए। मार्करम को आईडिया नहीं हो रहा था, टीम क्या बन रही है, एक बार उनसे पूछा गया कि उमरान मलिक कहां है? तो उन्हें जवाब दिया “मुझे क्या पता, जिसने टीम बनाई है उससे पूछो” फिर थोड़ी देर बाद उनको एहसास हुआ कि कप्तान तो वह है उन्हें ही पता होना चाहिए, पर उनको ना कुछ पता था और ना ही कोई आईडिया था, पर अब सब कुछ बदल चूका है।
Analysis of Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद का विश्लेषण
क्या सनराइजर्स हैदराबाद क्वालीफाई करेगी प्ले ऑफ के लिए? करना तो चाहिए। मतलब, यह बहुत अच्छी टीम है। क्या हेनरी क्लासेन 550 से ऊपर रन बनाएंगे? यह फिफ्टी-फिफ्टी है, बन भी सकते हैं, नहीं भी बन सकते है। क्या पैट कमिंस 18 विकेट लेंगे? हो सकता है ले जाये।
Current Playing Eleven of Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद की मौजूदा प्लेइंग इलेवन
तो पहले अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हैड से पारी की शुरुवात करते है। मयंक अग्रवाल को तीन रख सकते है या फिर उनसे पारी की शुरुवात भी करवा सकते है। उसके बाद राहुल त्रिपाठी, फिर हेनरी क्लासेन, फिर वाशिंगटन सुंदर उसके बाद मार्को जानसेन, पैट कमिंस, भुवनेश्वर कुमार, मयंक मारकंडे, जयदेव उनदकट/इमरान मलिक/टी नटराजन किसी को भी रख सकते हैं। अगर इनका कुछ और करने का मन किया, कि स्पिन ज्यादा हो रही है तो, मार्को जानसेन की जगह या वंदू हसरंगा को भी खिला सकते हैं, अब तो इनके पास शहबाज अहमद भी है। ट्रेविस हेड और पैट कमिंस दोनों खेलते हुए नजर आ रहे हैं इस टीम मैं।
Strength of Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद की ताकत
स्ट्रेंथ की इस टीम की जो स्ट्रेंथ है, मतलब ओवरसीज कंटिजेंट बहुत कमाल का है, इनके पास बहुत सारे ऑल राउंडर्स है, आप मार्को जानसेन को ऑलराउंडर कह सकते है, आप हेनरी क्लासेन को ऑलराउंडर कह लीजिए, अभिषेक शर्मा भी ऑलराउंडर है, उसके बाद आप नीचे देखते हैं तो वहां पर भी आपके पास शहबाज अहमद है। इनके पास प्लेंटी ऑफ ऑप्शंस अवेलेबल है, ग्लेन फिलिप्स बोलिंग भी करते है, बैटिंग भी करते है और कीपिंग भी कर सकता है। एडन माक्रम भी ऑफ स्पिनर और बैटर है, एडन मार्क और ट्रेविस हेड में से शायद एक ही खेल पाएगा।
इनके पास इंडियन फास्ट बॉलिंग लाइनअप बहुत अच्छा है, जिसके पास इंडियन फास्ट बॉलर्स इतने सारे होते हैं वो टीम अच्छा करती है। ये टीम ओवरसीज बॉलर्स के ऊपर डिपेंडेंट नहीं हैं, पर उसके बावजूद इनके पास ओवरसीज ऑप्शंस एब्सलूट आउटस्टैंडिंग है, बहुत शानदार है, मतलब हेनरी क्लासेन, मर्कम, फिलिप्स, जानसेन, कमिंस, हेड, हसरंगा, फजल फारूकी है।
Weakness of Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद की कमजोरी
इस टीम की हम वीकनेस देखते है तों यह टीम और इनकी सोच कन्फ्यूज्ड नज़र आती है। पिछली बार भी टीम तो अच्छी थी, पर अच्छा क्यों नही किया? क्योंकि हर तीसरे मैच में बदल देते थे? कभी ओपन कराते थे, कभी नीचे भेजते थे! हैरी ब्रुक को सेटल करने के लिए आपने मयंक अग्रवाल को खराब कर दिया। आपने उमरान मलिक का अच्छे इस्तेमाल ही नहीं किया किया, वो पावर प्ले गेंदबाजी नही करते है, आपने उनसे ओवर करा दिए, फिर नीचे आपने उनसे बॉलिंग नहीं कराई, उसके बाद इनोहने इमरान मालिक को फिर खिलाया नहीं। एक प्लेयर को बनाना पड़ता है, ये बना नहीं रहे थे, ये प्लेयर को स्पॉइल ही कर रहे थे। अंत में इनके पास कोई आईडिया ही नही था, कप्तानी एकदम साधारण थी हो सकता है पिछली बार की असफलता का साया साथ में चले इस टीम के।
इस टीम के पास ऑप्शंस बहुत सारी है, अगर आप के पास ऑप्शंस बहुत सारी होती है तों आप फटाफट बदलाव करते हो, क्योंकि टेंप्टेशन रहती है, उस टेंप्टेशन को साइड में रखना होगा और बड़ी क्लेरिटी के साथ टीम बनाना होगा, वही सबसे बड़ा चैलेंज होगा पैट कमिंस और डैनियल विटोरी के लिए, कि किस तरीके से, टीम को सही से बनाया जाए, कौन से ओवरसीज खिलाड़ी पिक किए जाएं, क्योंकि इस टीम कप्तान बहुत बढ़िया खिलाड़ी है, पर T20 के प्लयेर नही है, वो ऑस्ट्रेलिया के T20 कप्तान भी नहीं है, और पावर प्ले में ओवर कम डालते हैं और डेथ में ओवर्स कम डालते हैं, तो अगर ये दो मेजर एरियाज में आपका एक ओवरसीज फास्ट बॉलर बॉलिंग नहीं करता है तो आप के लिए समस्या हो सकती है।
Opportunity For Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद के लिए मौका
अपॉर्चुनिटी सबके लिए हैं, अभिषेक शर्मा के लिए भी है, मयंक अग्रवाल के लिए भी है, कप्तान पैट कमिंस के लिए भी है, हेनरी क्लासेन के लिए भी है, ट्रेविस हेड का ये शुरुआती लम्हे हैं इस टूर्नामेंट में, मयंक मारकंडे, बिश्नोई और कुलदीप सभी के लिए मोका है। क्या भुवनेश्वर कुमार अच्छा पर्दर्शन करेगें? क्योंकि वर्ल्ड कप टी-20 वर्ल्ड कप वेस्टइंडीज में होगा, वहां स्लो पीचेज होंगी? भुवनेश्वर कुमार को सूट भी करेंगी और क्या अचानक एक बहुत जबरदस्त आईपीएल हो पर्पल कैप वाला भुवनेश्वर कुमार के लिए! तो क्या उनको कंसीडर किया जाएगा? उमरान मलिक कंप्लीट ऑफ द रडार चले गए हैं? कोई पूछ नहीं रहा है, इस समय! तो लेकिन क्या वो यहां पे अच्छा करके वापस आ सकते हैं? सभी के पास बहुत से मोके है।
Strategy For Sunrisers Hyderabad – सनराइजर्स हैदराबाद के लिए रणनीति
स्ट्रेटेजी क्या होगी? इनके पास बड़ी हैवी बॉलिंग यूनिट है, जब आप के पास इतनी अच्छी बॉलिंग यूनिट होती है, तो आप 160-170 वाले मैचेस खेलने के बाद भी आप, परेशान नहीं होते हो। क्योंकि ये ट्रेविस हेड को खिलाएंगे, ऊपर ट्रेविस हेड, नीचे हेनरी क्लासेन बीच में कुछ भारतीय बल्लेबाज, हमें लगता है जो ओवरसीज खिलाड़ी है, वो तो अग्रेसिव ही रहेंगे, अगर इनकी बैटिंग ठीक चल पड़ी जिसमें राहुल त्रिपाठी, मयंक अगरवाल है, अभिषेक शर्मा ने स्टार्ट अच्छा किया था लास्ट इयर, अगर ये सारी चीजें चल पड़ती है, तो ये टीम रन भी बहुत बनाएंगी और बोलिंग इनकी बड़ी तगड़ी है। अगर ये 170-175 का टोटल अगर ये खड़ा कर पाएंगे हर बार, तो फिर इनकी बॉलिंग जो है, वो डिफेंड करने की काबिलियत रखती है।
आज के लिए इतना ही है, आप को, अपना कीमती समय देने लिए बहुत-बहुत शुक्रिया।